ऐ दोस्त जरा सभल कर चलना- Ai Dost Jara Sambhal Kar Chalna
ऐ दोस्त जरा सभल कर चलना
यहा ऐसे बहुत लोग मिलेंगे
जो सिर्फ वक़्त गुजारने की लिए मिलेंगे
ai dost jara sambhal kar chalna
yaha aise bahut log milenge
jo sirph wakt gujarne ke liye milenge
ऐ दोस्त जरा सभल कर चलना
यहा ऐसे बहुत लोग मिलेंगे
जो सिर्फ वक़्त गुजारने की लिए मिलेंगे
ai dost jara sambhal kar chalna
yaha aise bahut log milenge
jo sirph wakt gujarne ke liye milenge
क्या खूब मजबूरिया थी मेरी भी अपनी खुशी को छोड़ दिया उसे खुश देखने के लिए Kya khoob majbooriya thi meri bhi apni... read more
तेरा मेरा नाम लिखा था जिन पर हमने बचपन में ! उन पेड़ों से आज भी तेरे हाथों की खुश़बू... read more
मुझे उसकी ये नादान अदा खूब भाती हैं, नाराज़ मुझसे होती हैं और गुस्सा सबको दिखाती हैं Mujhe uski ye nadaan... read more
तेरे संग हुई जो गुफ्तगु आज फ़िर से ! लगा जैसे.खोए हुए रास्ते फ़िर से हमें मिल गए !! Tere sang... read more
मिलना बिछड़ना सब किस्मत का खेल है कभी नफरत तो कभी दिलों का मेल है बिक जाता है हर रिश्ता दुनिया... read more
मेरी हर बात समझ जातें हो तुम, फिर भी क्युँ मुझे सताते हो तुम तुम बिन कोई और नहीं मेरा, शायद इसी... read more
जिंदगी कब अपने आप को अंजाम देगी क्या पता ! जिंदगी कब आखरी सांस लेगी क्या पता ! सदा मिलते रहो... read more
रिश्ते उन्ही से बनाओ जो निभाने की औकात रखते हो Rishte unhi se banao jo nibhane ki aukaat rakhte ho read more
प्यारी सी दोस्ती को सलाम हमारा ! आप कैसे हैं सवाल हमारा ! याद करते रहेंगे ये वादा हमारा !! Pyari si... read more
अगर तुम्हें यकीं नहीं तो कहने को कुछ नहीं मेरे पास ! अगर तुम्हें यकीं है तो मुझे कुछ कहने... read more