ऐ दोस्त जरा सभल कर चलना- Ai Dost Jara Sambhal Kar Chalna
ऐ दोस्त जरा सभल कर चलना
यहा ऐसे बहुत लोग मिलेंगे
जो सिर्फ वक़्त गुजारने की लिए मिलेंगे
ai dost jara sambhal kar chalna
yaha aise bahut log milenge
jo sirph wakt gujarne ke liye milenge
ऐ दोस्त जरा सभल कर चलना
यहा ऐसे बहुत लोग मिलेंगे
जो सिर्फ वक़्त गुजारने की लिए मिलेंगे
ai dost jara sambhal kar chalna
yaha aise bahut log milenge
jo sirph wakt gujarne ke liye milenge
वो रोए तो बहुत, पर मुहं मोड़कर रोए.. कोई तो मजबूरी होगी, जो दिल तोड़कर रोए.. मेरे सामने कर दिए मेरी... read more
तेरा मेरा नाम लिखा था जिन पर हमने बचपन में ! उन पेड़ों से आज भी तेरे हाथों की खुश़बू... read more
दावे दोस्ती के मुझे नहीं आते यारो ! एक जान है जब दिल चाहें मांग लेना !! Daave dosti ke mujhe... read more
तुझ पे कुर्बान मेरी यारी है, हस के मर जाऊं इस की तैयारी है, सिलसिला न खतम हो अपने प्यार का, क्यूंकी... read more
मैं कभी बुरा नहीं था,पर उसनें मुझे बुरा कह दिया ! फिर मैं बुरा बन गया,ताकि उन्हें कोई झुठ ना... read more
वक्त दोस्त और रिश्ते वो चीजे है जो हमे मुफ्त मिलती है -मगर इनकी कीमत पता हमे तब चलता है जब ये... read more
दिल के दरवाजो को हमेशा ही खुला रखती हूँ ! कहा है उन्होंने देर लगेगी पर आएंगे जरूर !! Dil ke... read more
“दिन बीत जाते हैं सुहानी यादें बनकर, बातें रह जाती हैं कहानी बनकर, पर दोस्त तो हमेशा दिल के करीब रहेंगे, कभी... read more
दाग़ दुनिया ने दिए जख़्म ज़माने से मिले ! हम को तोहफे ये तुम्हें दोस्त बनाने से मिले !! Daag duniya... read more
ऐ दोस्त तेरी दोस्ती पर नाज़ हैं ! हर वक्त मिलने की फरीयाद करते हैं ! हमें नहीं पता घर वाले... read more