एक ही ख्वाब देखा है कई बार मेने- Ek hi khwaab dekha hai kayi baar maine
एक ही ख्वाब देखा है कई बार मेने !
तेरी साडी में उलझी है चाबियां मेरे घर की !!
Ek hi khwaab dekha hai kayi baar maine!
teri saari mein uljhi hai chabiyan mere ghar ki !!
एक ही ख्वाब देखा है कई बार मेने !
तेरी साडी में उलझी है चाबियां मेरे घर की !!
Ek hi khwaab dekha hai kayi baar maine!
teri saari mein uljhi hai chabiyan mere ghar ki !!
अपनी निगाहों से न देख खुदको, हीरा भी तुझे पत्थर लगेगा, सब कहते होंगे चाँद का टुकड़ा है तू, मेरी नज़र से... read more
क्युँ इक पल भी तुम बिन रहा नही जाता ! तुम्हारा एक दर्द भी मुझसे सहा नही जाता ! क्युँ इतना... read more
तेरे इंतजार ने हम को इतना बेखबर रखा ! कभी तकिया इधर रखा, कभी तकिया उधर रखा !! Tere intzaar ne... read more
वो रूह में उतर जाए तो पा ले मुझको इश्क़ के सौदे में जिस्म नहीं तोले जाते Wo rooh mein utar... read more
हम भी मौजूद थे तकदीर के दरवाजे पे ! लोग दौलत पर गिरे , हमने तुजे मांग लिया !! Ham bhi... read more
सफर वहीं तक है जहाँ तक तुम हो, नजर वहीं तक है जहाँ तक तुम हो, हजारों फूल देखे हैं इस... read more
जो रहते हैं दिल में वो जुदा नहीं होते, कुछ एहसास लफ़्ज़ों से बयां नहीं होते, एक हसरत है उन्हें मनाने... read more
वो दिल ही क्या जो कभी वफ़ा ना करे, तुझे भूल कर जिएं कभी खुदा ना करे, रहेगी तेरी मुहब्बत मेरी... read more
उन्होंने कहा बहुत बोलते हो अब क्या बरस जाओगे ! हमने कहा जिस दिन चुप हो गया तुम तरस जाओगे... read more
उनके होठों पे मेरा नाम जब आया होगा, खुदको रुसवाई से फिर कैसे बचाया होगा, सुनके फ़साना औरों से मेरी बर्बादी... read more