गुमान ना कर अपने दिमाग पर ऐ दोस्त… -Gumaan Na Kar Apne Dimaag Par Ai Dost
गुमान ना कर अपने दिमाग पर ऐ दोस्त,
जितना तेरे पास है उतना तो मेरा खराब रहता है।
Gumaan Na Kar Apne Dimaag Par Ai Dost,
Jitna Tere Paas Hai Utna Mera Kharab Rehta Hai.
गुमान ना कर अपने दिमाग पर ऐ दोस्त,
जितना तेरे पास है उतना तो मेरा खराब रहता है।
Gumaan Na Kar Apne Dimaag Par Ai Dost,
Jitna Tere Paas Hai Utna Mera Kharab Rehta Hai.
अजब तुमरी स्टाइल छु गजब तुमरी चाल छु नाख पोछनोक ले तमिज ना हाथ पर मल्टी मिडिया मोबाइल छु Ajab tumari style chu gajab... read more
ना तू ‘हां’ करछै ना तू ‘ना’ करछै अधपगल है गोयू मैं आघिन पत्त ने के करछै।। Na tu han karachhai na tu na... read more
तेरे गुरूर को देखकर तेरी तमन्ना ही छोड़ दी हमने, जरा हम भी तो देखें कौन चाहता है तुम्हें हमारी... read more
garhwali shayari – गढ़वाली शेरो शायरी स्याण चांदु छो पर नींद नी आंदी चा, करवट बदल – बदली की यनी रात... read more
कहते है हर बात जुबां से हम इशारा नहीं करते, आसमां पर चलने वाले जमीं से गुज़ारा नहीं करते, हर हालात... read more
गुजरते लम्हों में सदियाँ तलाश करता हूँ, प्यास इतनी है कि नदियाँ तलाश करता हूँ, यहाँ पर लोग गिनाते है खूबियां... read more
जो दिल को अच्छा लगता है उसी को दोस्त कहता हूँ, मुनाफ़ा देखकर रिश्तों की सियासत मैं नहीं करता। Jo dil ko accha... read more
मेरे लफ्जों से न कर मेरे किरदार का फ़ैसला, तेरा वजूद मिट जायेगा मेरी हकीकत ढूंढ़ते ढूंढ़ते। Mere Lafzon Se Na... read more
वा दाज्यू कमाल हो गया वा दाज्यू धमाल हो गया चार दिन विदेश क्या घूम आया तुम तो मालामाल हो गया Va... read more
चहाइयै रै गोय मै ऊकेंणि पैलि बार देखी जब किनारी बजार मे ऊ लागी हय अपुण खरीदारी मे और मै उइक रूपक... read more