ठहर सके जो लबों पे हमारे… -Thhehar Sake Jo Labon Pe Humare
ठहर सके जो लबों पे हमारे,
हँसी के सिवा है मजाल किसकी.
Thhehar Sake Jo Labon Pe Humare,
Hansi Ke Siwa Hai Majaal Kiski.
ठहर सके जो लबों पे हमारे,
हँसी के सिवा है मजाल किसकी.
Thhehar Sake Jo Labon Pe Humare,
Hansi Ke Siwa Hai Majaal Kiski.
सर झुकाने की आदत नहीं है, आँसू बहाने की आदत नहीं है, हम खो गए तो पछताओगे बहुत, क्योंकि…हमारी लौट आने की... read more
अपनी शख्शियत की क्या मिसाल दूँ यारों ना जाने कितने मशहूर हो गये मुझे बदनाम करते करते। Apni Shakhsiyat Ki Kya Misaal... read more
गढ़वाली शेरो शायरी – garhwali shayari सौदा नी ब्योपार नी। यु नकद नी उधार नी। माया बस माया होंदी माया कैकि भी चार... read more
garhwali shayari – गढ़वाली शेरो शायरी ख्याल त्येरू मैं दगडी दिन रात रेंदू. मन ब्वोदू हाथों माँ त्येरू हाथ चेंदू. जिकुड़ी करदी... read more
सुन पगली… तू मोहब्बत है मेरी इसलिए दूर है मुझसे, अगर जिद होती तो मेरी बाहों में होती।. Sun Pagli… Tu Mohabbat... read more
तुम ज़िंदगी में आ तो गए हो मगर इतना याद रखना, हम जान दे देते हैं मगर जाने नहीं देते…। Tum... read more
दिलों से खेलना हमें भी आता है पर जिस खेल में खिलौना टूट जाए, वो खेल हमें पसंद नही..! Dilon se khelna... read more
बेमतलब की जिंदगी का सिलसिला ख़त्म, अब जिस तरह की दुनिया उस तरह के हम. Be-Matlab Ki Zindgi Ka SilSila Khatm, Ab... read more
ख्वाब में तो ख्वाब पूरे हो नहीं सकते कभी, इसलिए राहे हकीकत पर चला करता हूँ मैं। Khwab Mein Toh Khwab... read more
गुमां इतना नहीं अच्छा तू सुन ले पहले जाने के, पलटने पर मुकर सकता हूँ तुझको जानने से भी। Gumaan Itna... read more