बेमतलब की जिंदगी का सिलसिला ख़त्म… -Be-Matlab Ki Zindgi Ka SilSila Khatm
बेमतलब की जिंदगी का सिलसिला ख़त्म,
अब जिस तरह की दुनिया उस तरह के हम.
Be-Matlab Ki Zindgi Ka SilSila Khatm,
Ab Jis Tarah Ki Duniya Uss Tarah Ke Hum.
बेमतलब की जिंदगी का सिलसिला ख़त्म,
अब जिस तरह की दुनिया उस तरह के हम.
Be-Matlab Ki Zindgi Ka SilSila Khatm,
Ab Jis Tarah Ki Duniya Uss Tarah Ke Hum.
पूछ रही है आज मेरी हर शायरी मुझसे कहाँ गए वो दीवाने जो वाह वाह किया करते थे poochh rahi hai... read more
बैठता वहीं हूँ, जहाँ अपनेपन का अहसास है मुझको, यूँ तो ज़िंदगी में कितने ही लोग आवाज देते हैं मुझको।. Baithta Wahi Hoon, Jahaan... read more
garhwali shayari – गढ़वाली शेरो शायरी हालत ब्वे बाबा कि तै दिन बटी ख़राब ह्वे पढायूं लिखायूं नौनू जै दिन बटी... read more
औकात की बात मत कर पगली… हम जिस गली में पैर रखते हैं, वहाँ की लड़कियां अक्सर कहती हैं, बहारो फूल बरसाओ... read more
हम ना बदलेंगे वक्त की रफ़्तार के साथ, हम जब भी मिलेंगे अंदाज पुराना होगा। Hum Na Badlenge Waqt Ki Raftar... read more
आइने में वो देख रहे थे बहारे हुस्न आया मेरा ख़्याल तो शर्मा के रह गऐ aaine mein vo dekh rahe... read more
हम बसा लेंगें एक दुनिया किसी और के साथ, तेरे आगे रोयें अब इतने भी बेगैरत नहीं हैं हम। Hum Basaa... read more
garhwali shayari – गढ़वाली शेरो शायरी स्याण चांदु छो पर नींद नी आंदी चा, करवट बदल – बदली की यनी रात... read more
दिल दो किसी एक को और वो भी किसी नेक को, मंदिर का प्रसाद नहीं… जो बांट दो हर एक... read more
मौसम ठन्डु छ जरा अपडु ख्याल रख्या, अपणी दोस्ती इनी बरकरार रख्या, हमारी यादोँ की खुशबू जरुर आली, बस तुम अपणी प्यारी... read more