एक बार एक जर्मन , एक पाकिस्तानी
एक बार एक जर्मन , एक पाकिस्तानी और एक सरदार जी अरब देश में शराब पीते हुए पकड़े गए , इसके लिए वहां के शेखने उन्हें 20-20 कोड़े म।रने की सजा सुनाई , सजा से पहले शेख ने कहा की ” आज मेरी बेगम की सालगिरह है और वो चाहती है की अपनी सजा से पहले तुम लोग एक एक मन्नत मांग लो”…….
जर्मन ने कहा की मेरी पीठ पर एक तकिया बाँध दिया जाये…लेकिन�
तकिया ज्यादा देर तक नही टिका और उसे 10 कोड़े अपनी पीठ पर ही खाने पड़े….
पाकिस्तानी ये देखकर डर गया और बोल की मेरी पीठ पर 2 तकिये बं।धे जाएँ ……लेकिन वो भी ज्यादा देर नही चले और उसे 8 कोड़े अपनी पीठ पर खाने पड़े …….
जब सरदार जी बारी आई तो शेख ने कहा की तुम दुनिया के बेहद खूबसूरत देश से आये हो जो अपनी अहिंसा के लिए जाना जाता है , तुम एक नही दो मन्नत मांग सकते हो ……
… सरदार जी ने सर झुकाकर बहुत नरमी से कहा में आपका एहतराम करता हूँ और इस नवाजिश के बदले 20 नही , 100 कोड़ों की मांग करता हूँ…….
शेख ने आश्चर्यचकित होते हुए पूछा की तुम्हारी दूसरी ख्वाहिश क्या है ?
सरदार जी ने फिर से सर झुकाकर मुस्कराते हुए कहा …… मेरी दूसरी ख्वाहिश ये है की………..मेरी पीठ पर पाकिस्तानी को बाँध दिया जाये..