मैं चिरागो की भला कैसे हिफाजत करता .. -Main Chirago Ki Bhala Kaise Hifajjat Karta
मैं चिरागो की भला कैसे हिफाजत करता
वक़्त सूरज को भी हर रोज बुझा देता है..!!
Main Chirago Ki Bhala Kaise Hifajjat Karta
Waqt Suraj Ko Bhi Har Roj Bujha Deta Hai..!!.
मैं चिरागो की भला कैसे हिफाजत करता
वक़्त सूरज को भी हर रोज बुझा देता है..!!
Main Chirago Ki Bhala Kaise Hifajjat Karta
Waqt Suraj Ko Bhi Har Roj Bujha Deta Hai..!!.
बेवक़्त, बेवजह, बेहिसाब मुस्कुरा देता हूँ, आधे दुश्मनो को तो यूँ ही हरा देता हूँ। Bewakt, bevajah, Behisab muskura deta hoon, aadhe... read more
मुझे घमंड था की मेरे चाहने वाले बहुत है इस दुनिया में, बाद में पता चला की सब चाहते है अपनी ज़रूरत... read more
आग लगाना मेरी फितरत में नही है, मेरी सादगी से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर। Aag Lagana Meri Fitrat Mein... read more
ना तो बिका हूँ ना ही कभी बिक पाऊंगा, ये ना समझना मै भी हज़ारो जैसा हूँ। Na to bika hoon... read more
उइल प्यारल कौ आंखू मे चहाओ के आंण लै रौ नजर मील कौ पैलि आंख साफ कर गिधड़ लै रयी गिधड़….. Uil pyaral... read more
अक्सर वही लोग उठाते हैं हम पर उँगलियाँ, जिनकी हमें छूने की औकात नहीं होती। Aksar Wohi Log Uthhate Hain Hum... read more
जीत रही हूँ लाखो लोगो का दिल ये दो शायरी करके,,, लेकिन लोगो को क्या पता अंदर से कितनी अकेली... read more
हाथ में खंजर ही नहीं आँखों में पानी भी चाहिए, हमें दुश्मन भी थोड़ा खानदानी चाहिए। Haath Mein Khanjar Hi Nahi... read more
अगर लोग यूँ ही कमियां निकालते रहे तो, एक दिन सिर्फ खूबियाँ ही रह जायेगी मुझमें । Log Agar Yun Hi... read more
पूछ रही है आज मेरी हर शायरी मुझसे कहाँ गए वो दीवाने जो वाह वाह किया करते थे poochh rahi hai... read more