आग लगाना मेरी फितरत में नही है… -Aag Lagana Meri Fitrat Mein Nahi Hai
आग लगाना मेरी फितरत में नही है,
मेरी सादगी से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर।
Aag Lagana Meri Fitrat Mein Nahi Hai,
Meri Saadgi Se Log Jale Toh Mera Kya Kasoor.
आग लगाना मेरी फितरत में नही है,
मेरी सादगी से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर।
Aag Lagana Meri Fitrat Mein Nahi Hai,
Meri Saadgi Se Log Jale Toh Mera Kya Kasoor.
उइल प्यारल कौ आंखू मे चहाओ के आंण लै रौ नजर मील कौ पैलि आंख साफ कर गिधड़ लै रयी गिधड़….. Uil pyaral... read more
के भलौ हैसोंण उइक के भली उइक चाल हय भल-भल चहाइयै रै गय हमर ती बुर हाल हय ke bhalau haison uik ke bhali... read more
कैसे भरोसा हो इस अजनबी दुनिया पर…. यहां तो अपनी जिंदगी ही मजे लेती हैं..!! Kaise Bharosa Ho Is Ajanabi Duniya... read more
अगर लोग यूँ ही कमियां निकालते रहे तो, एक दिन सिर्फ खूबियाँ ही रह जायेगी मुझमें । Log Agar Yun Hi... read more
बदलना चाहते हो तो शौक से बदलो, मगर इतना याद रखना… जो हम बदले तो करवटें बदलते रह जाओगे।. Badalana Chaahate Ho To... read more
चलो आज फिर थोडा मुस्कुराया जाये, बिना माचिस के कुछ लोगो को जलाया जाये। Chalo Aaj Phir Thoda Muskuraya Jaye, Bina Maachis... read more
खुशबू बनकर गुलों से उड़ा करते हैं, धुआं बनकर पर्वतों से उड़ा करते हैं, हमें क्या रोकेंगे ये ज़माने वाले, हम परों... read more
हम बसा लेंगें एक दुनिया किसी और के साथ, तेरे आगे रोयें अब इतने भी बेगैरत नहीं हैं हम। Hum Basaa... read more
लाख तलवारे बढ़ी आती हों गर्दन की तरफ, सर झुकाना नहीं आता तो झुकाए कैसे। Lakh Talwarein Badi Aati Hon Gardan... read more
हमे अकेले रेहने का कोई शौक नही पर क्या करें……??? हमारे तेवर झेल सके वो आज तक मिला ही नही..!! Hame... read more