हम ना बदलेंगे वक्त की रफ़्तार के साथ… -Hum Na Badlenge Waqt Ki Raftar Ke Saath
हम ना बदलेंगे वक्त की रफ़्तार के साथ,
हम जब भी मिलेंगे अंदाज पुराना होगा।
Hum Na Badlenge Waqt Ki Raftar Ke Saath,
Jab Bhi Milenge Andaaz Purana Hoga.
हम ना बदलेंगे वक्त की रफ़्तार के साथ,
हम जब भी मिलेंगे अंदाज पुराना होगा।
Hum Na Badlenge Waqt Ki Raftar Ke Saath,
Jab Bhi Milenge Andaaz Purana Hoga.
कचरे में फेंकी हुई रोटियां रोज ये ब्यान करती है.. कि पेट भरते ही इंसान अपनी औकात भूल जाता है…!! Kachare... read more
सूरज, चाँद और सितारे मेरे साथ में रहे, जब तक तुम्हारा हाथ मेरे हाथ में रहे, शाखों से जो टूट जाये... read more
डीपी त्येरी झम्म लागूंछौ, मि मारनूं कमेंटा। द्वी बात मिहीं ल करले, पि ले म्यर दगाड़, फैंटा… DP tyaaree jhamm laagunchau, Mi maranu commenta dvi... read more
मिके लिजा ना पर्देस, मी रुलो अपनो पहाड़ मा, पर्देस मा ना दगड़ीयो को साथ छु, ना बुबु-अम्मा का प्यार, ना बुरांस की... read more
औकात की बात मत कर पगली… हम जिस गली में पैर रखते हैं, वहाँ की लड़कियां अक्सर कहती हैं, बहारो फूल बरसाओ... read more
कहते है हर बात जुबां से हम इशारा नहीं करते, आसमान पर चलने वाले जमीं से गुज़ारा नहीं करते, हर हालात... read more
हाथ में खंजर ही नहीं आँखों में पानी भी चाहिए, हमें दुश्मन भी थोड़ा खानदानी चाहिए। Haath Mein Khanjar Hi Nahi... read more
दिखाई कब दिया करते हैं बुनियाद के पत्थर… ज़मीं में जो दब गये इमारत उन्हीं पे क़ायम है… Dikhayi kab diya... read more
garhwali shayari – गढ़वाली शेरो शायरी अपणु दुःख तू अपणा पास रख। सुख जरूर आलु, विस्वास रख। दुःखी ह्वोणों जख यौ कारण... read more
आग लगाना मेरी फितरत में नही है, मेरी सादगी से लोग जलें तो मेरा क्या कसूर। Aag lagaana meri phitarat mein... read more