गुमान ना कर अपने दिमाग पर ऐ दोस्त… -Gumaan Na Kar Apne Dimaag Par Ai Dost
गुमान ना कर अपने दिमाग पर ऐ दोस्त,
जितना तेरे पास है उतना तो मेरा खराब रहता है।
Gumaan Na Kar Apne Dimaag Par Ai Dost,
Jitna Tere Paas Hai Utna Mera Kharab Rehta Hai.
गुमान ना कर अपने दिमाग पर ऐ दोस्त,
जितना तेरे पास है उतना तो मेरा खराब रहता है।
Gumaan Na Kar Apne Dimaag Par Ai Dost,
Jitna Tere Paas Hai Utna Mera Kharab Rehta Hai.
ये हुस्न-ए-राज़ मुहब्बत छुपा रहा है कोई है अश्क आँखों में और मुस्कुरा रहा है कोई Ye husn-e-raaz muhabbat chhupa raha... read more
खोटे सिक्के जो अभी अभी चले हैं बाजार में, वो कमियाँ निकाल रहे हैं मेरे किरदार में। Khote Sikke Jo Abhi... read more
अभी शीशा हूँ सबकी आँखों में चुभता हूं, जब आईना बनूँगा सारा जहाँ देखेगा। Abhi Sheesha Hun Sabki Aankho Mein Chubhta... read more
शोर करते रहो तुम सुर्ख़ियों में आने का, हमारी तो खामोशियाँ भी एक अखबार हैं। Shor Karte Raho Tum Surkhiyon Me... read more
मत इतरा मेरी मोहब्बत पाकर पगली… तुझे क्या पता तेरा नम्बर कितनों के बाद आया है। Mat itara meri mohabbat paakar... read more
हम ना बदलेंगे वक्त की रफ़्तार के साथ, हम जब भी मिलेंगे अंदाज पुराना होगा। Hum Na Badlenge Waqt Ki Raftar... read more
garhwali shayari – गढ़वाली शेरो शायरी एक नौनी पाणी का पन्देरा मा दिख ग्याई तेंकी तस्वीर मेरा दिल मा छपी ग्याई जब... read more
आदते बुरी नहीं, शौक ऊँचे हैं, वर्ना किसी ख्वाब की इतनी औकात नही कि,हम देखे और पूरा ना हो। Aadatein Buri Nahi... read more
कहते है हर बात जुबां से हम इशारा नहीं करते, आसमान पर चलने वाले जमीं से गुज़ारा नहीं करते, हर हालात... read more
चमक सूरज की नहीं मेरे किरदार की है, खबर ये आसमाँ के अखबार की है, मैं चलूँ… तो मेरे संग कारवाँ... read more