जब-2 लगली बाडुली त समझी मिन याद करी. – Jab -2 Lagalee Baadulee Ta Samajhee Min Yaad Karee
garhwali shayari – गढ़वाली शेरो शायरी जब-2 लगली बाडुली त समझी मिन याद करी. अपणा मन ही मन त्वे दगड़ी छक्की बात करी. त्येरी एक झलकॉ ते तडपणु रेंदू मन म्येरू लाटू, पर क्य कन बेचारा मूं क्वे होर भी त नी च बाटू. मन मिन अपणु त्येरा ही ख्यालों मा आबाद करी. जब जब लगली बाडुली त समझी मिन याद करी………. म्येरा मन की बात जणदू,कि त ज्वौन कि अगास, त्येरू ही नौ लेंदी म्येरी जिकुड़ी गि हर एक सांस. वीणा मा होंदी नी, स्वीणा मा भेंट [...]